
कनाडा से खबर: शिक्षकों-हेल्थ वर्करों के लिए खुले कनाडा के दरवाजे: ट्रक ड्राइवरों के लिए जगह नहीं
कनाडा में नौकरी करने या वहां जाकर बसने की चाहत रखने वालों के लिए अच्छी खबर है लेकिन पंजाब से जाकर कनाडा में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करने वालों के लिए बुरी खबर है। अगर आप शिक्षक हैं, हेल्थ वर्कर हैं या पेशेवर कुक हैं तो कनाडा आपका इंतजार कर रहा है क्योंकि कनाडा सरकार ने पेशेवर कामकाजी लोगों की प्राथमिकता सूची में बड़ा बदलाव किया है।यह बदलाव आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (आईआरसीसी) द्वारा किए गए हैं। आप्रवासन विभाग ने कनाडाई श्रम बाजार की जरूरतों के साथ कुशल आप्रवासन को लागू करने के लिए जून 2023 में श्रेणी-आधारित चयन प्रणाली की शुरुआत की थी। यह प्रणाली स्वास्थ्य देखभाल, एसटीईएम व्यवसायों, व्यापार और कृषि सहित अन्य क्षेत्रों के उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती है। इसके साथ ही यह उन लोगों को भी प्राथमिकता देता है जिनकी फ्रेंच भाषा पर मजबूत पकड़ हो। इसका फायदा पंजाबी समुदाय के लोग अधिक उठाते रहे हैं जो सीधा कनाडा की पीआर हासिल कर लेते थे।ताजा नियमों के मुताबिक सूची के अनुसार विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित श्रेणी के अंतर्गत अब कई व्यवसायों को प्राथमिकता सूची से हटा दिया है। इसमें आर्किटेक्ट, कंप्यूटर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और डेवलपर्स, सिस्टम मैनेजर और डेटा वैज्ञानिक शामिल थे। हालांकि, बीमा एजेंट और दलालों को भी नई सूची में शामिल किया गया है। रसोइयों को भी नई सूची में जगह दी गई है। पहले की सूची में परिवहन क्षेत्र को प्रमुखता दी गई थी लेकिन अब कनाडा को विदेशी ड्राइवरों की जरूरत नहीं है। इस क्षेत्र में ट्रक ड्राइवर, भारी उपकरण ऑपरेटर और एयरलाइन पायलट जैसे व्यवसायों को भी अब कुशल आव्रजन प्रणाली के तहत वीजा नहीं मिल पाएगा। आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा है कि कनाडा की चयन प्रणाली को देश की उभरती जरूरतों के अनुकूल बनाया गया है।कनाडा के नामचीन लेखक सुखविंदर सिंह के मुताबिक पंजाब पर इसका असर होगा। कनाडा में पंजाबी मूल के युवा ही ट्रक चालक हैं। लिहाजा अगर उनको पीआर सूची से हटाया गया है तो स्वाभाविक है कि पंजाबियों पर असर होगा।
